उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को लेकर सरगर्मी तेज़ हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट किया है कि सरकार चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है और राज्य निर्वाचन आयोग आवश्यक तैयारियों में जुट चुका है। उन्होंने बताया कि तैयारियाँ पूरी होते ही चुनाव की तिथि घोषित कर दी जाएगी।
चुनाव की तैयारियों पर क्या बोले मुख्यमंत्री धामी?
शनिवार को मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री धामी ने कहा:
- पंचायत चुनावों को लेकर प्रशासन को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
- मतदाता सूची को अपडेट करने का काम ब्लॉक स्तर पर जारी है।
- भाजपा अपने प्रत्याशियों के माध्यम से सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाएगी।
- उन्होंने भरोसा जताया कि जिला पंचायतों में भाजपा को बड़ी सफलता मिलेगी।
प्रशासकों का कार्यकाल समाप्ति के कगार पर
- हरिद्वार को छोड़कर प्रदेश की 343 जिला पंचायतों, 2936 क्षेत्र पंचायतों और 7505 ग्राम पंचायतों का कार्यकाल दिसंबर 2024 में समाप्त हो गया था।
- तब से इन पंचायतों को प्रशासकों को सौंपा गया, जिनका कार्यकाल मई 2025 में समाप्त होने जा रहा है।
- सूत्रों के अनुसार, सरकार प्रशासकों का कार्यकाल बढ़ा सकती है, क्योंकि चुनावी प्रक्रिया को पूरा करने में अभी समय लगेगा।
ओबीसी आरक्षण प्रक्रिया शुरू होगी
पंचायतीराज सचिव चंद्रेश कुमार ने बताया कि:
- पंचायतीराज ऐक्ट में संशोधन अध्यादेश को राजभवन से मंजूरी मिल गई है।
- अब ओबीसी आरक्षण निर्धारण की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।
- चुनाव से पहले यह प्रक्रिया पूरी करना अनिवार्य है।
- शासन के पास 31 मई तक का समय है, और आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
निष्कर्ष: जल्द हो सकती है तारीख की घोषणा
चुनाव आयोग की तैयारियां और शासन की प्रक्रियाएं संकेत दे रही हैं कि उत्तराखंड में पंचायत चुनाव 2025 की तारीख जल्द घोषित हो सकती है। फिलहाल मतदाता सूची, आरक्षण निर्धारण और प्रशासनिक व्यवस्थाएं चुनाव की राह तय करने में प्रमुख भूमिका निभा रही हैं।