नैनीताल:
नैनीताल में नाबालिग से दुष्कर्म की घटना के बाद लगातार दूसरे दिन बवाल की स्थिति बनी रही। गुरुवार को कई हिन्दूवादी संगठनों और अधिवक्ताओं ने तल्लीताल व मल्लीताल में विरोध जुलूस निकाला। स्थानीय बाजार बंद रहे और नगर के सभी स्कूल व यूनिवर्सिटी कैंपस बंद कर दिए गए। दूर-दराज से आए पर्यटक होटल कमरों में ही रुके रहे।
विरोध और मांगें
हिन्दू संगठनों ने प्रशासन से आरोपी की संपत्ति ज़ब्त करने, बाहरी लोगों का पुलिस सत्यापन अभियान चलाने और संदिग्धों की पहचान कर देश से बाहर भेजने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई रोहिंग्या, बांग्लादेशी या पाकिस्तानी नागरिक अवैध रूप से नैनीताल में रह रहा है, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
व्यापारिक संतुलन और बाहरी प्रभावों पर चिंता
प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि विशेष समुदाय से जुड़े लोग नैनीताल के व्यापारिक क्षेत्रों में बड़ी संख्या में अत्यधिक दाम देकर संपत्तियां खरीद रहे हैं, जिससे स्थानीय व्यापारिक संतुलन बिगड़ रहा है। उन्होंने मांग की कि इन संपत्तियों के आर्थिक स्रोतों और संभावित संगठित प्रयासों की जांच की जाए, साथ ही स्थानीय लोगों की भूमिका की भी जांच की जाए जिन्होंने बिना सत्यापन संपत्तियां बेची या किराए पर दीं।
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इस घटना ने उत्तराखंड में कानून व्यवस्था पर और भी सवाल खड़े किए हैं।