नैनीताल। उत्तराखंड के नैनीताल जिले के बजून क्षेत्र में एक दर्दनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 19 वर्षीय बेटी द्वारा आत्महत्या किए जाने के कुछ ही देर बाद उसके पिता ने भी अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। शनिवार सुबह दोनों के शव घर के अलग-अलग कमरों में मिले, जिससे क्षेत्र में शोक और स्तब्धता का माहौल है।
घटना बजून गांव की है, जहां 45 वर्षीय गोपाल दत्त जोशी अपनी बेटी भाग्यश्री जोशी के साथ रहते थे। भाग्यश्री नैनीताल के डीएसबी परिसर में बीए की छात्रा थी। शुक्रवार देर रात भाग्यश्री ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी गोपाल दत्त ने पास के घर में रह रहे अपने 90 वर्षीय पिता पद्मादत्त जोशी को दी, लेकिन बेटी की मौत की बात नहीं बताई। इसके बाद वह वापस लौटे और उन्होंने भी कीटनाशक का सेवन कर लिया।
शनिवार सुबह जब दोनों घर से बाहर नहीं आए तो पड़ोस में रहने वाली गोपाल की चाची को शक हुआ। उन्होंने भाग्यश्री के कमरे में जाकर देखा, तो वह अचेत पड़ी थी। जब गोपाल के कमरे में गईं तो वह भी बेहोश थे। राजस्व पुलिस को सूचना दी गई। दोनों को तत्काल बीडी पांडे जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
राजस्व निरीक्षक प्रकाश सैनी ने बताया कि मौके से कीटनाशक की खाली बोतल बरामद हुई है, जिससे यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पिता-पुत्री के बीच शुक्रवार रात किसी बात को लेकर बहस हुई थी। इसके अलावा, आत्महत्या से पहले भाग्यश्री ने अपने कॉलेज के व्हाट्सएप ग्रुप में आत्महत्या की बात लिखी थी।
फिलहाल राजस्व पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है। इस हृदयविदारक घटना ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है।