मधुबनी/नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले पर कड़ा और साफ संदेश देते हुए कहा है कि इस घिनौने कृत्य में शामिल सभी आतंकियों और उनके मददगारों को ऐसी सज़ा दी जाएगी जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी। प्रधानमंत्री ने बिहार के मधुबनी में आयोजित पंचायत राज दिवस समारोह के दौरान यह तीखा बयान दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस हमले को भारत की आत्मा पर हमला बताया और कहा कि, “22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में जो नृशंस हमला हुआ, वह न केवल निर्दोष लोगों पर किया गया हमला है, बल्कि यह भारत की एकता, शांति और हमारी परंपराओं पर भी सीधा हमला है।”
उन्होंने आगे कहा, “देश इस समय पीड़ा में है, लेकिन यह पीड़ा अब आक्रोश में बदलेगी। हम हर आतंकी को, उसके पीछे खड़े हर साजिशकर्ता को ढूंढेंगे और कानून के कठघरे में लाएंगे। भारत अब आतंक को पालने वालों की ज़मीन भी बर्बाद कर देगा।”
सरकार ने लिए सख्त फैसले, पाकिस्तान पर कसा शिकंजा
प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद केंद्र सरकार ने आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की शुरुआत कर दी है। दिल्ली में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की आपात बैठक में निम्नलिखित फैसले लिए गए:
- सिंधु जल संधि की समीक्षा शुरू की गई है।
- अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को अगली सूचना तक बंद करने का निर्णय।
- सभी पाकिस्तानी राजनयिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश।
- आतंक से सहानुभूति रखने वाले सोशल मीडिया अकाउंट्स की मॉनिटरिंग तेज।
आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति
प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा, “ये नया भारत है, जो आतंक का जवाब आतंक की भाषा में देता है। हम न तो भूलते हैं, न माफ करते हैं। पहलगाम की धरती पर बहा मासूमों का खून हमें चैन से बैठने नहीं देगा।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि, “देश में या बाहर कहीं भी छिपे हो, आतंकियों को सज़ा जरूर मिलेगी। उनके समर्थकों और साजिशकर्ताओं को भी भारत की न्याय व्यवस्था से गुजरना होगा।”
पूरा देश शोक और एकजुटता में
प्रधानमंत्री मोदी ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “हमने बेटा खोया है, भाई खोया है, जीवनसाथी खोया है। यह दुख केवल पीड़ित परिवारों का नहीं, 140 करोड़ भारतीयों का है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत की जनता और सरकार इस युद्ध में एकजुट है और कोई भी शक्ति हमारी अखंडता को चुनौती नहीं दे सकती।