चारधाम यात्रा 2025: ग्रीन कार्ड अनिवार्य, यात्रियों और चालकों के लिए सख्त दिशा-निर्देश

उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2025 की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। 30 अप्रैल से गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ इस यात्रा की शुरुआत होगी। इसके बाद केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के द्वार भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। शासन, प्रशासन और पुलिस विभाग इस यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए तैयारियों में जुटे हैं।

ग्रीन कार्ड अनिवार्य: वाहन चालकों के लिए नई व्यवस्था
चारधाम यात्रा 2025 में इस बार उत्तराखंड परिवहन विभाग ने ग्रीन कार्ड अनिवार्य कर दिया है। देहरादून आरटीओ और चारधाम यात्रा नोडल अधिकारी संदीप सैनी ने जानकारी दी कि बिना ग्रीन कार्ड के किसी भी वाहन को चारधाम रूट में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

2025 में चारधाम यात्रा जाने हेतु ग्रीन कार्ड कहां बनवाएं:

  • हरिद्वार नारसन एंट्री प्वाइंट चेक पोस्ट
  • हरिद्वार आरटीओ कार्यालय
  • देहरादून आशारोड़ी एंट्री चेक पोस्ट
  • विकासनगर चेक पोस्ट
  • देहरादून आरटीओ कार्यालय

अब तक लगभग 1500 चारधाम यात्रा के ग्रीन कार्ड बनाए जा चुके हैं। ग्रीन कार्ड बनवाने के लिए वाहन मालिकों को वाहन के वैध कागजात, ड्राइविंग लाइसेंस, प्रदूषण प्रमाण पत्र और बीमा दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।

वाहन चालकों के लिए जरूरी निर्देश:
नोडल अधिकारी संदीप सैनी ने यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए कहा है कि जो वाहन चालक लंबी दूरी तय करके उत्तराखंड पहुंचते हैं, वे तुरंत चारधाम की यात्रा शुरू न करें। विश्राम के बाद ही आगे बढ़ें। इसके लिए प्रमुख चेक पोस्टों पर विश्रामगृह बनाए जा रहे हैं, ताकि चालक कुछ घंटे विश्राम कर सकें और दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

यात्रा मार्ग पर विशेष निगरानी:
चारधाम यात्रा मार्ग पर सीसीटीवी, ड्रोन कैमरे और डिजिटल एनालिटिक्स के जरिये निगरानी की जा रही है। वाहन फिटनेस और चालकों की थकान को देखते हुए मेडिकल टीमें भी तैनात रहेंगी।

श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य और सुरक्षा व्यवस्था:
हर धाम पर फर्स्ट एड सेंटर, मोबाइल क्लीनिक और 24×7 हेल्पलाइन सुविधा उपलब्ध रहेगी। इसके साथ ही 108 एंबुलेंस सेवा भी अलर्ट मोड पर रहेगी। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जाने से पहले यात्रियों को डॉक्टरी सलाह लेने की भी सलाह दी गई है।

ऑनलाइन सेवाओं का विस्तार:
चारधाम यात्रा से जुड़े सभी दस्तावेजों और ग्रीन कार्ड की जानकारी अब ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल ऐप पर भी उपलब्ध है। यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे यात्रा से पहले ऑनलाइन पंजीकरण अवश्य करें।

प्रशासन की अपील:
जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने यात्रियों से सहयोग की अपील की है। सभी से अनुरोध है कि प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करें, अनावश्यक जल्दबाजी से बचें और निर्धारित मार्गों से ही यात्रा करें।

निष्कर्ष:
चारधाम यात्रा 2025 न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि उत्तराखंड पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का एक सुनहरा अवसर है। शासन की सख्ती, यात्रियों की सावधानी और सहयोग से यह यात्रा स्मरणीय और सुरक्षित बन सकती है।

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