चम्पावत (उत्तराखंड)।
पाटी विकासखंड स्थित दूबड़ बहुउद्देश्यीय सहकारी समिति में 81 लाख रुपये से अधिक की वित्तीय अनियमितता की पुष्टि हुई है। इस गंभीर प्रकरण में निलंबित सचिव जय राम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और वसूली नोटिस जारी करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
जांच में सामने आया है कि सचिव द्वारा गबन, फर्जीवाड़ा और अभिलेखों में कूटरचना की गई। 21 अप्रैल 2025 को जारी जांच रिपोर्ट के अनुसार सचिव ने अपने कार्यकाल के दौरान कुल ₹81,08,848.00 की राशि का गबन किया। विभाग ने दूबड़ समिति में 81 लाख की गड़बड़ी की पुष्टि के लिए हुए जांच के आधार पर विधिक एवं विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी है।
जिलाधिकारी नवनीत पांडे के निर्देश पर गठित विशेष जांच समिति ने 14 अप्रैल को अंतरिम रिपोर्ट सौंपी थी। इसके बाद 16 से 18 अप्रैल तक समिति कार्यालय में जनसुनवाई हुई, जिसमें किसानों और हितग्राहियों से सीधे बयान लिए गए। सभी रिपोर्टों में सचिव द्वारा दूबड़ समिति में 81 लाख की गड़बड़ी की पुष्टि हुई है तथा सचिव को ही दोषी ठहराया गया है।
सहकारिता विभाग ने स्पष्ट किया है कि दोषी के खिलाफ शून्य सहनशीलता की नीति अपनाते हुए कठोरतम सजा सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही यह भी कहा गया कि समिति की आर्थिक स्थिति शीघ्र बहाल की जाएगी और सदस्यों के हितों की सुरक्षा की जाएगी।
डीएम नवनीत पांडे ने जनपद की सभी सहकारी समितियों में नियमित लेखा परीक्षण, निरीक्षण और जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।